फिक़र नहीं मुझे इस बात का कभी डर न रहा, कि दुनियाँ मुझे क्या कहेगी ? मैं तो ख़ौफ़जदा सदा ही ये सोच कर रहा, कि तू मुझे क्या कहेगी ? बस इसी भय के मारे मैं कभी भी, अपने दिल की तुमसे कह न सका, पर अब कह देता हूँ, फिक़र नहीं; दुनियाँ हँसेगी या फ़िर तू हँसेगी,! #oldfeelings #ilostyou #realisation