मैं गुजरता हूँ , ऊन गलियो से रोज फिर उन दीवारों से तेरा पता पूछता हूँ !! वो रोज जवाब में बस खामोशी देती है और मै खामोशी के साथ घर लौट आता हूँ !! किसी रोज को तेरा पता मिल जाये , किसी रोज को तुझे मेरे तड़प की भनक लग जाये किसी रोज को तू उन दीवारों से उन खामोशियो को मिटा दें ! किसी रोज को तू मिलने का पैगाम दे !! मैं गुजरता हूँ , ऊन गलियो से रोज फिर उन दीवारों से तेरा पता पूछता हूँ !! उन्ही गलियो में बीती थी , वो बचपन की यादें जो अब याद आती है ! उन्ही गलियो में खेली थी , वो लढाई की होली जो अब याद आती है ! रोज गुजरने से वहाँ से , हर एक याद ताजा हो जाती है ! पर फिर भी , मैं गुजरता हूँ , ऊन गलियो से रोज फिर उन दीवारों से तेरा पता पूछता हूँ !! काश कभी मिल तो जाए किसी मोड़ पर यही ख्वाइश दिल मे रखता हूँ !! #shayari #love #life #soul #heart #sad #broken #couple