रोग रहित काया करे ऋषि पातंजलि 'योग'! ध्यानधर्म धारण करे व्यायामहि विनियोग !! 'आसन' आह्लादित करे सुगठित कंचन काय! मुदित मन को 'मुद्रा' करे भोग पड़ा अकुलाय !! पूरण द्वादश चरण से यह 'सूर्य - नमस्कार'! सुगठित मज्जा अस्थि करे करके दूर विकार !! रक्त शुध्द संचरित हो हृद कोष्ठ प्रकोष्ठ! नयन नासिका स्वस्थ हो सुर कंठ अधरोष्ठ !! संदेश विश्व व्याप्त है "योग" करे निरोग! स्वस्थ जीवन वृत्त का यह सुंदर संयोग...!!! @shubhendra✍ #योग_महिमा #शुभाक्षरी