मेरी गली में मम्मी से पड़ी मार के गवाह हैं मेरी गली में, पापा के दुलार की महक है मेरी गली में, खेलते हुए बच्चों का बचपना है मेरी गली में, दादी मां का एक अपनापन है मेरी गली में, दादा जी की पुरानी सीख है मेरी गली में, दिवाली के दीयों की रोशनी है मेरी गली में, होली में उड़ते रंगों का इन्द्रधनुष है मेरी गली में, ईद में बनी सिवांइयो की खुशबु है मेरी गली में, जात पात से परे इन्सानियत है मेरी गली में, हर किसी के लिए अपनेपन का भाव है मेरी गली में।। #post103 #मेरीगलीमें