#मीठा_ज़हर पिला के तूने किया मुझे हलाल है.! किश्तों में अब काट रही है बिन धारी तलवार से.! इश्क़ की पेगे पिलाई तूने सब्ज़ बाग़ भी दिखलाई.! थाम मुझे आग़ोश में अपने #मीठा_ज़हर पिलाई है.! अपनों से मुझे दूर करा दी ऐसा पाठ पढ़ाई है.! मैं समझा यह इश्क़ है मेरा ये तो ज़हर पिलाई है.! #अजय57 #ज़हर