रोज़ सवेरे उठती है और घर के काम में जुट जाती है, मेरी माँ हर रोज़ जिंदगी के तामझाम में जुट जाती हैं!! शिकन नहीं होती माथे पे, चेहरे पर मुस्कान रखतीं हैं, खुद के थकने पर भी वो मेरे आराम में जुट जाती हैं!! जीवन की आपाधापी से फुरसत नहीं मिलती कभी, वो माँ हैं ना, मेरी खुशियों के इंतज़ाम में जुट जाती हैं!! सजदे रोज़ करूँ मेरी माँ के, फिर भी कम ही रहते हैं, बस यूंही सारी कायनात माँ के एहतराम में जुट जाती हैं!! #माँ #माँकीदुआ #अनकहेअल्फ़ाज़ #yqmom #yqdidi #yqbaba #yqhindipoetry #yqhindisahitya