#DearZindagi हम चल रहें तो ज़िंदगी भी चल रहा, पल पल आंखों में क्यों दर्द ये पल रहा किस पीड़ा की बात करूं मैं एक हो तो बतलाऊं एहसास इस बेदर्दी का कैसे तुझे जताऊं न पूछता है कोई न हम किसी से कहतें हैं बस लबों पे दबा चुपचाप सह लेतें हैं ये आंखों की कहानी मेरी पूछ तो ले कोई दिल खोल के रख दूँगा मैं,बस पूछ तो ले कोई खैर ये मनमानी दिल की बस कलमों से बयां होती है दिल की ये धड़कन मेरी तू क्यूं खफा होती है अपनों के साये में भी अपनापन खल रहा हम चल रहें तो ज़िंदगी भी चल रहा।। #DearZindagi #challenge #nojotowriters #zindagi #hum_chal_rhe