तेरा फैसला मुझे इस तरह अकेला कर देगा कभी सोचा नहीं था मेरा दिन भी रात की तरह तन्हा होगा कभी सोचा नहीं था न तेरे फैसले में मेरा कोई इरादा था न तेरे फैसले में मेरा कोई वादा था यादें मेरे हाथों से ऐसी फिसलती जायेंगी कभी सोचा नहीं था छिपकर दुनियां से बैठती हूँ रोने को ढूंढ लेती है वे आवाजे मुझे हर कोने से मेरे हर वे सपने हाथों से ऐसे फिसलते जायेंगे कभी सोचा नहीं था रख लूंगी मैं भी अडिग अपने एहसासों को बना लूंगी जड़ से ज्यादा मजबूत अपने विचारों को भागती दुनिया अब मेरे पीछे होगी अब सोचा है मैंने ☺️ #तन्हाई_में_तेरी#मैं_और_मेरा_अकेलापन#nojotohindi#Gudia Gupta