"गजल" दिल को एक वहम हो गया, उन्हे मुझ से इश्क़ हो गया। ये सांसे मुंतजिर हो गयी उन पर दुर रहकर जीना अब रिश्क हो गया। उसकी यादों की मालाएं बिखर गयी है "सेठ" मोती था जो कभी उसमे अब अश्क़ हो गया। #कवि राहुल सेठ