ख़ामोशियों से मेरी कुछ ख़ास यारी है मैं चुप कर के सब कह भी देती हूँ ये सन सन कर सब छिपा लेती है। मैं कहे गए शब्दों को समझ कर भी नज़रअंदाज़ करती हूँ यह सब कह सुन कर भी मुझसे तकरार करती है। ......मेरी कलम से यूँ ही by-@Shree #khaamoshiyaan_aur_main