लोग कहते है कि दोस्ती की लिबाज़ में आपको मोहब्बत तो मोलेगी, पर मोहब्बत के लिबाज़ में दोस्ती नही। अगर ये सच है तो क्यों घंटो बिताने के बाद भी वो सकूं नही मिलता जो मोहब्बत के साथ पांच मिनट में मिलता है। क्यों दोस्तो के साथ वक़्त पता चलता है और उसकी आँखों मे एक दिन बी पांच मिनट के बराबर लगता है? ओर क्यों दोस्तो को अलविदा कहने में दर्द नही होता और उसके अलविदा कहने में दिल दुखता है? कुछ तो बात होगी मोहब्बत में #Pyardosti #nojotohindi #nojotoapp