यह मेरे बेजुबान दिल..... आज क्यूँ इतनी तरफ रही है अल्फाज नहीं है उसके पास फिर वी यह कुछ कहना चाहती है तू सुनले...... बस एक बार ही सही तू सुनले इस दिल की पुकार क्यूँ की तू है इस दिल की अखरी आश सायद यह ना बुलाए तुझे यूँ ही बार बार अनुराधा दे Tu sunle