कहा जा रहा है कि जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस के आतंकवादी जिसने 4 मासूमों की हत्या की, वो मानसिक रूप से बीमार था। अगर ये कहना कि "हिंदुस्तान में रहना है तो मोदी, योगी या ठाकरे को वोट दो" मानसिक बीमारी की निशानी है तो ना जाने वतन-ए-अज़ीज़ के कितने लोग मरीज़ हैं। अगर वो मानसिक रूप से बीमार था तो उसे ड्यूटी पर क्यों रखा गया ? हत्या तो दूर, अगर कोई जेब कतरा भी पकड़े जाने पर मेरा नाम ले लेता तो अब तक मुझे सूली पर चढ़ा दिया जाता ।
मीडिया बोल रही है चेतन सिंह मानसिक तनाव मे रहता था।
अब्दुल खादिर B5 मे बैठे थे।