"दर्द" भला ये क्यों होगा हमें हमने तो उमीद ही छोड़ दि है तुमसे, जिस रिश्ते कि दुहाई देकर तुम निकलवाते थे सिर्फ अपना काम, वो रिश्ते कि डोर ही तोड़ दी है हमने। तभी तो अब हमें बेमतलब का दर्द नही होता है अब ये दिल सिर्फ आँसू नही, सपने भी संजोता हैं। #हिंदी #अल्फ़ाज़