बराबर जिक्र करता हूं मुसलसल याद आता है मुझे पागल किया जिसने वह पागल याद आता है कोई लड़की मिली थी मुंबई जाते हुए मुझको सफर पर जब निकलता हूं वह मौसम याद आता है बड़ी रंगीन दुनिया थी वह अपनी कॉलेजों वाली लिखे थे जिस पर रखकर खत वो टेबल याद आता है jane Kahan gaye wo din