मजदूर/श्रमिक ~~~~~~~~~~ पैसा लेने काम का, लोग बनें मजदूर | बहा पसीना काम पर, करते श्रम भरपूर || हाड़ तोड़ श्रम जो करे, बने श्रमिक जग हाथ | एक हाथ पैसा रखे, एक हाथ श्रम साथ || श्रम से है जग में प्रगति, श्रम को करो प्रणाम | श्रम के बिन होता नहीं, जग में कोई काम | श्रमिक स्रोत श्रम का बने, होती श्रम की बात | श्रम के बिन है कुछ नहीं, पता लगे औकात || शारीरिक श्रम नींव है, मति श्रम बने मकान | दोनों मिलकर स्वर्ग का, करते पथ आसान || #glal #majdoor #shramik #hindipoetry #doha #hindikavita #yqdidi #yqbaba