जिन्दगी एक मैदान हैं, यहां हार कर भी जीत जाना हैं, करों संघर्ष तुम यहां, वरना फ़िर पछता कर रह जाना हैं। नित्य करतें रहो प्रयास तुम, प्रयास से ही मिलती सफलता, गर गए चूक यहां, तो जिन्दगी भर ख़ाली हाथ रह जाना हैं।। चलों उठ बढ़ चलों तुम, लिख डालो तुम अपना इतिहास, सफलता मिलेगी तेरे बैठें रहने से, छोड़ दो अब ये आस। कब कहां क्या घटित हो जाएं, ना हैं इसका अनुमान तुम्हें, बढ़ चलों तुम वीर बनकर, रख अपनें बाजुओं पर विश्वास।। जिन्दगी एक मैदान हैं, यहां हार कर भी जीत जाना हैं, करों संघर्ष तुम यहां, वरना फ़िर पछता कर रह जाना हैं। नित्य करतें रहो प्रयास तुम, प्रयास से ही मिलती सफलता, गर गए चूक यहां, तो जिन्दगी भर ख़ाली हाथ रह जाना हैं।। चलों उठ बढ़ चलों तुम, लिख डालो तुम अपना इतिहास, सफलता मिलेगी तेरे बैठें रहने से, छोड़ दो अब ये आस। कब कहां क्या घटित हो जाएं, ना हैं इसका अनुमान तुम्हें,