बड़े खुश हैं हम आज़ाद हो कर के, मगर आज़ादी का मतलब जानते हैं? कुछ भी करें आज़ाद है अब तो हम, अधिकार ही हैं,फर्ज़ कहाँ मानते हैं। (अनुशीर्षक में पढ़ें) बड़े खुश हैं हम आज़ाद हो कर के, मगर आज़ादी का मतलब जानते हैं? कुछ भी करें आज़ाद है अब तो हम, अधिकार ही हैं,फर्ज़ कहाँ मानते हैं। आज़ादी है मनमानी करते रहने की, शोरगुल में आवाज़ दबाते रहने की, अन्धा-धुन्ध दंगे भड़काते रहने की,