Nojoto: Largest Storytelling Platform

जब से रखा कदम तुमने मेरी जिंदगी में,तब से मेरी ज़ि

जब से रखा कदम तुमने मेरी जिंदगी में,तब से मेरी ज़िंदगी बहुत अज़ीज़ हो गयी, 
सुबह की खिलती धूप और,ढलती सुहानी शाम हो गयी। 
किस्मत के काग़ज़ पर अपने अल्फाज़ो को इस कदर बिखेरा मैंने कि, 
तुम मेरी कहानी का एक छोटा सा पाठ हो गयी।। #अज़ीज़ मेहमान
जब से रखा कदम तुमने मेरी जिंदगी में,तब से मेरी ज़िंदगी बहुत अज़ीज़ हो गयी, 
सुबह की खिलती धूप और,ढलती सुहानी शाम हो गयी। 
किस्मत के काग़ज़ पर अपने अल्फाज़ो को इस कदर बिखेरा मैंने कि, 
तुम मेरी कहानी का एक छोटा सा पाठ हो गयी।। #अज़ीज़ मेहमान