नवीन के दोहे ------///------ जो वक्त या पल बित गया वो लौटेगा नहीं इसी पर दोहा लिखा है। *** लौट कभी आए नहीं, 21 12 22 12= 13 गया वक्त जो बीत । 12 21 2 21=11 सफ़र सदा पूरा करें, 111 12 22 12=13 यही जगत की रीत ।। 12 111 2 21=11 छत्तीसगढ़ - महासमुन्द स्वरचित-प्रेमयाद कुमार नवीन ©Premyad kumar naveen #नवीन_के_दोहे #छत्तीसगढ़_महासमुन्द #रचनाकार_प्रेमयाद_कुमार_नवीन