कभी कभी रातों को भटकना भी अच्छा लगता है चलते चलते किसी को याद कर रुक जाना भी अच्छा लगता है खुद से बातें करके मुस्कुराना भी अच्छा लगता है फ़ोन की ओर देखकर उनका नाम पढ़ना भी अच्छा लगता है उस चमकते चांद में उनका चेहरा भी अच्छा लगता है आधी रात को कुत्तों के भौंकने बिल्लियों की आवाज़ में भी संगीत झलकता है वो हमें कुछ माने या ना माने उन्हें अपना सब कुछ मान लेना भी अच्छा लगता है। ©viplav ankur #अच्छा_लगता_है #मेरी_कलम_से✍️ #Moon