लो जी! आ गया मार्च. लेकर फागुनी हवाओं में रंगों की महक और प्रेम की चहक. साथ ही लेकर अपना देशी प्रेम त्यौहार(वैलेन्टाइन डे) होली. अब यह उन "नये"असफल प्रेमियों /प्रेमिकाओं के लिये जिन्हें किसी ने 'विगत' प्रेम त्यौहार में घास नहीं डाली,उम्मीद की किरण बाकी है. चाहें तो फिर एक बार प्रयत्न कर सकते हैं.ईश्वर चाहेंगे तो सफलता हाथ लग ही जायेगी. जो पहले से ही असफल हैं,उन्हें भी दुखी होने की कोई आवश्यकता नहीं हैं.अलबत्ता खुश होना चाहिये कि कम से कम याद मे कवि,शायर बन कर कुछ साहित्य सेवा ही कर रहे हैं,अन्यथा अपने सफल मित्रों की तरह कभी दूध की लाइन में,कभी बच्चों के स्कूल दाखिले की लाइन में खड़े दिखाई पड़ते. पड़ोस में रहने वाली माशूका का आज बच्चों.से "आँटी" कह कर परिचय करा रहे होते. और वो भीअपने बच्चों से बता रही होतीं कि ये "फलाँ फलाँ मामू हैं". तो बस मस्त रहिये,प्रसन्न रहिये! फागुनी बयार की महक का आनंद लीजिये.रंगों से रंगिये,गुझिया खाने और बनाने की तैयारी कीजिये. सुख- दुख, खुशी- ग़म, विरह- मिलन,सब जीवन के हिस्से है भरपूर आनंद लीजिये. नई कोंपलें निकल रही हैं,प्रकृति भी बासंती चूनर ओढ़े झूम रही है,हवाओं की सर्द चुभन अब मखमली हो चली है,इस खुशी के मौसम.में सब रंग जाइये......होली से पहले होली मुबारक.एक सप्ताह पहले से होली शुरू होती है तो आप सभी को फूलों वाली होली,लड्डुओं वाली होली,लट्ठमार होली, फाग इत्यादि मुबारक हो. लो जी! आ गया मार्च. लेकर फागुनी हवाओं में रंगों की महक और प्रेम की चहक. साथ ही लेकर अपना देशी प्रेम त्यौहार(वैलेन्टाइन डे) होली. अब यह उन "नये"असफल प्रेमियों /प्रेमिकाओं के लिये जिन्हें किसी ने 'विगत' प्रेम त्यौहार में घास नहीं डाली,उम्मीद की किरण बाकी है. चाहें तो फिर एक बार प्रयत्न कर सकते हैं.ईश्वर चाहेंगे तो सफलता हाथ लग ही जायेगी. जो पहले से ही असफल हैं,उन्हें भी दुखी होने की कोई आवश्यकता नहीं हैं.अलबत्ता खुश होना चाहिये कि कम से कम याद मे कवि,शायर बन कर कुछ साहित्य सेवा ही कर रहे हैं,अन्यथा अपने सफल मित्रों की तरह कभी दूध की लाइन में,कभी बच्चों के स्कूल दाखिले की लाइन में खड़े दिखाई पड़ते. पड़ोस में रहने वाली माशूका का आज बच्चों.से "आँटी" कह कर परिचय करा रहे होते. और वो भीअपने बच्चों से बता रही होतीं कि ये "फलाँ फलाँ मामू हैं". तो बस मस्त रहिये,प्रसन्न रहिये! फागुनी बयार की महक का आनंद लीजिये.रंगों से रंगिये,गुझिया खाने और बनाने की तैयारी कीजिये. सुख- दुख, खुशी- ग़म, विरह- मिलन,सब जीवन के हिस्से है भरपूर आनंद लीजिये. नई कोंपलें निकल रही हैं,प्रकृति भी बासंती चूनर ओढ़े झूम रही है,हवाओं की सर्द चुभन अब मखमली हो चली है,इस खुशी के मौसम.में सब रंग जाइये......होली से पहले होली मुबारक.एक सप्ताह पहले से होली शुरू होती है तो आप सभी को फूलों वाली होली,लड्डुओं वाली होली,लट्ठमार होली, फाग इत्यादि मुबारक हो.