बचपन और दादा जी ज़िन्दगी का तजुर्बा जिनसे सुनते हुए बड़े हुए.. जिनके होने से बचपन की सारी नादानिया माफ़ हुआ करती थी... ©G0V!ND DHAkAD #BachpanAurDadaji