अगर में केरल में आधा इजरायल अगर अपने दुश्मन देशों के नाक में दम किए रहता है तो सीधे उसकी खुफिया एजेंसी मोसाद आ को जाता है वर्ष 1949 में अपनी तापन को लेकर आज तक यह खुफिया एजेंसी अपने कारनामों में अपनी प्रसिद्ध में चार चांद लगा रही है अपने देश की एकता अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के सब कुछ निछावर कर देने के तट पर जांच के कारण यही एजेंसी दुनिया के सबसे खतरनाक और को क्यों माने जा रही है इसको एजेंसी की अभिनव निर्धारित पुस्तक इसका हिंदी अनुवाद पाठकों के हाथ में है इस पुस्तक को पढ़ने से स्पष्ट हो जाता है कि इजराइल की छपी हुई शक्ति उतनी ही चिकन रहने की देने वाली जितनी आबादी है बाहरी ताकतें ईरान सीरिया लिव इन जॉर्डन पीले संजय से दुश्मनी अगर आप अंतरराष्ट्रीय जांच और खुफिया तंत्र और युद्ध के गुप्त अभिनय से रूचि रखते हैं तो पुस्तक को बढ़ाएं आपके लिए क्रोम मंचन हुआ होगा यह मैसेज डाल के नेताओं ने को पैदल साक्षात के आधार पर लेकर क्रमश अभियान के पन्नों में जीवित करने का सफल प्रयास किया अभिनव में भाग लेने वाले एजेंडा के प्रति बिंदेश्वरी परंपरा के बारे में पढ़कर रोंगटे खड़े हो जाते हैं दरअसल मोरुड़ा में यह नाम यूं ही असली जगजीवन सकती है ऐसे लोग अपनी जान जोखिम में डालकर अपने परिवार से दूरी फर्जी पहचानो के साथ रहते हैं दुश्मनी के उन देशों में सेक्स मशीन का दाम देते हैं ©Ek villain #जासूसी की रहस्यमय दुनिया से साक्षात्कार #Holi