तुम्हारा मेरे करीब यूँ आना और अधरों को अधरों से यूँ लगाना , वो तपती गर्म लावे सी इश्क की ताप ... कैसे समेटी थी तुम इतनी भाप , हर छुअन मोम सी पिघलाएं तन मन .... कैसी ये तेरी अगन ...... कैसा ये तेरा मिलन ..... #neerajwriteserotica