रास रचाने को सब "माधव" बन जाते है। चीर बचाने को कोई भी"वासुदेव" नही बनता। रास रचाने को सब "माधव" बन जाते है। चीर बचाने को कोई भी"वासुदेव" नही बनता। #रास #चीर #माधव #वासुदेव #कलयुग #व्यथा #yqhindi #yqquotes