White नदियां बहती, बारिश होती सूर्य निकलता, चांद चमकता। बोल बता क्या स्थिर है? तू बैठा क्यूं इतना सोचे समय तेरा भी अस्थिर है। चलो चलें दुखती रग का, कुछ सुंदर सा अर्थ करें। ये अनमोल समय क्यूं व्यर्थ करें....... ©मनीष की डायरी #na #Nojoto