ज़िन्दगी जी है तो, तनिक बतलाओ तो ज़रा, पानी से आग लगते है जैसे दिखाओ तो ज़रा। है हुनर तुम्हें, आखों में देखकर जूठ बोलने का, तो "शांश" हमें भी, ये हुनर तुम सिखाओ तो ज़रा। कहते हैं तेरे दीदार से, लोग अंधे हो जाते है, मुझे भी सूरदास होना है मोहन, कभी नज़र आओ तो ज़रा। बात अगर दिल की हो तो, फूल भी मुरझाता है, अगर हो फूल तुम भी तो मुरझाओ तो ज़रा। - shaansh #part_one gazal is devided Into 2 parts