तितली;कैसी हो आप;अच्छी ही होगी अच्छी इसलिये की कोई शिकायत नही होती तुम्हें, वरना दुनिया का क्या;यहां तो शिकायतों का दौर है-२ जो हर ओर है;लोग भाग रहे हैं पुलिंदे लिये अपने जो कई बार हवा के झोंको से उड़ जाते हैं बिखर जाती हैं उनकी शिकायतें जिंदगी के फर्श पर जिन्हें समेटने में ही गिर जाते हैं कुछ और पन्ने पुलिंदों से #part_1#my_life#titli#love#teddy_bear_day