चंद लफ़्ज़ों में समझिए बात को, एक पल में हो गया बर्बाद सब। उम्र सारी जिनके पीछे खर्च की, छोड़ते हैं साथ वो औलाद अब। साथ में बीवी को लेकर चल दिए, बाप को माता को केवल छल दिए। ऐ ख़ुदा ऐसी न तू औलाद दे। जिनको ख़ुशी दी थी, वो अश्रुजल दिए। ऐ ख़ुदा न ऐसी तू औलाद दे। जिससे रोए बुज़ुर्ग मा बाप सब।। ख़्वाब थे जो हो गए सब ख्वार अब। वो ज़िन्दगी से हो गए बेज़ार अब। सांस भी चलती है रुकती है नहीं, चाहते हैं रूह हो आजाद अब। ऐ ख़ुदा न ऐसी तू औलाद दे। जिससे रोए बुज़ुर्ग मां या बाप सब। बेऔलाद ही रहें तो ही सही, ऐसी औलादों से बेऔलादी ही भली। मतलबी ये हो गया इंसान अब, रिश्ते भी ये हो रहे बेजान अब। #बेअदब #औलाद #मुक्तक_मन #मौर्यवंशी_मनीष_मन