चाहूं तो सितारों से भर दूँ ये मांग तेरी, तू कह दे तो चाँद को ज़मीं पर बुला लूँ क्या ? कुछ भी कर जाऊँगा तेरे इश्क़ में ऐ सनम, फक्त इक इशारे पे तेरे, जाँ निसार दूं क्या ? इस दिल को बहलाने के हैं बहाने बहुत, फक्त तेरी ही यादों में रात गुज़ार दूं क्या ? जिन रास्तों पे तेरे कदमों के हों निशान, उन्हीं रास्तों पे फूल बनके बिछ जाऊं क्या ? न रहे तेरे जीवन में कोई दर्द-ओ-ग़म, मैं तूफ़ानों में भी दुआ बन के आ जाऊं क्या ? तुझे ग़ज़ल तो तेरी आँखों को मैं झील लिखूं, तू दे इजाज़त तो इस झील में समां जाऊं क्या ? ख़्वाबों में भी मुझे तेरी ही है जुस्तजू, तू कहे तो ज़िंदगी भर के लिए सो जाऊं क्या ? ©Sameer Kaul 'Sagar' #Poetry #ghazal #Love #Judaai #pyaar #alone #rekhta #लेखनी #urdupoetry #hindi_poetry