दोष क्यों देते हो उस खुदा को, कि उसने दिया नहीं कुछ तुमको। एक बार सोच के देखो, कहीं तुमनें ही लेने से मना किया हो उनको। जैसे शिक्षक शिक्षित तो करता , सभी को, कितनों ने ली , ना ली, वह नही जानता किसी को। देता तो वह सभी को ही है, ज्यादा - थोङा करता ही नहीं है, देता अवसर सभी को है वह, उसकी कोई ख़ता नहीं। मत कहो उस ख़ुदा को दोषी , वह जानता सुख - दुख सबका है। #poetry#lifelines#heartlines#successlines##positive#thinking ♥️♥️♥️♥️♥️