देखकर यूं मुझको वो मुस्कुराना आपका। हया से फिर वो पलके झुकाना आपका। बहुत याद आती है आपकी हर एक बात। नज़रे मिलाकर फिर वो शरमाना आपका। 💞💞💞 शादाब अहमद। शादाब अहमद