गैर के साये को मैं अपनी परछाई में अपना चुका हूँ, मैं बस अब तेरी ओर चल चुका हूँ, हद तो अब है सुन तो सही जरा, मैं तेरे इश्क़ में ज़माने को ठुकरा चुका हूँ । #poetic_atma #nojoto #poetry