गोरखपुर से, मम्मी: ससुरी भाड़ में जाए ई सरकार, जहाँ जाओ, उहाँ आधार लाओ आधार लाओ। अरे हम कहते हैं कि का अब गले में आधार का पट्टा डाल के घूमें? पापा: तुम्हें कौनों समझ है। इससे कितना विकास होगा? तुम का जानों, दिन भर उहे फ़ालतू का सीरियल देखती हो। कभी न्यूज व्यूज भी देखा है का चल रहा देश में? "तुमका जो सीखना है ऊ तुम सीखो। हमसे राजनीति ना बतियाओ। ओ न्यूज़ वाला जितना चिल्लावे है ओतना तो हमरी गऊआँ की पड़िया भी नाहीं रंभाती। मुन्ना कहे रहा था अब गइया के भी आधार बनीं। का उहो के अगला चुनावे में वोट देवे के बा" "अब तुमसे काहें बहस करे कोई। तुमको कौनों समझ तो है नहीं देश दुनिया की। बस मुन्ना मुन्ना करती रहती हो। उससे कभी पूछती भी हो कि का करना है अब? दिन भर बस बाइक दौड़ाते फिरता है रेती चौक से तारामंडल तक। कौनों धंधा पानी करना भी है या नहीं?" "धंधा पानी तो तुम्हरी सरकार ही जनिहें। एन्टी रोमियो ना ही तै गौ रक्षा में काम तै मिले जाई। ऊ तो हमसे ईहो बताई रहा कि अब गारी गलोज के भी पैसा देवे है तुम्हरी सरकार। बस करो मोबाइल पे टुक टुक। जईसे रात दिन तुमहू लगे रहते हो गुप्ताइन के संगरी.... मम्मी वैसे ही मसाला पीसती रहीं सिलबट्टे पे। पापा अखबार फेंक के चले गए। #गोरखपुर #मम्मी #पापा #मुन्ना #पूर्वांचल #YQbaba #YQdidi #AntiRomeo #Politics #गौरक्षा #आधार #कार्ड #गोरखपुर_से