टूट के चटकूँ मैं क्या बिखरती हूँ मैं शोर टूटन की से भी अखरती हूँ मैं अब जो बिखर गईं हूँ किरचों में अगर दिन बा दिन इस दुनिया को चुभती हूँ मैं #yqdidi #यकहिंदीकोट्स #किरचें #चुभती #बिखरती #अनुपमाझा