कहना था तुमसे की तुम्हारी याद आती है, तुमसे मिलने का दिल करता है, अक्सर तुम्हारे जिक्र से ही दिल भरता है, आंसू आंखों से छलक आतें है, ये भी तुम्हारी याद में बहते जातें हैं, कहते नही कुछ मेरी तरह की क्यों बहते जा रहे है, पर अक्सर खामोश रहकर भी तुम्हें याद करते जाते हैं, मुझे तुम्हारी याद वो बेजान से बागीचे के बेंच भी अब दिलाते हैं, अक्सर दर्द होता है सीने में तुम्हे दूर होने का और कभी कभी मन करता है तुमसे मन की कहने का, पर फुरसत कम है तुम्हारे पास, और मैं भी फुरसत में अब कम ही रहती हूं, पर तुम्हें एक बात कहूं तुम्हारे लिए मैं अक्सर फुरसत ढूंढ ही लेती हूं, एक कविता लिख ही लेती हूं.... जो नही कहती जुबान से वो सब कुछ यूंही तुमसे जो मुझे कहना होता है, और तुम्हारी याद में मुझे जो कुछ ऐसे रहना होता है... एक ख़ूबसूरत #collab Aesthetic Thoughts की ओर से। #कहनाथातुमसे #YourQuoteAndMine #स्नेह_के_साथी #mywritingmywords #mywritingmythoughts #साथी #seemuneha Collaborating with YourQuote Didi