Written by Raman Khosla
Voice - Raman Khosla
चलो थाम लो हाथ मेरा ले चलूं तुम्हें उस दुनिया में,
जहां जमीन हो मोहब्बत की, जहां आसमान हो इश्क सा, जिसे ओढ़ लेंगे हम चादर की तरह।
फिर एक दूसरे में खुद को ढूंढेंगे, कि जैसे कोई ढूंढता हो तारों को रात में,
मैं खुद को तुम में ढूंढ लूंगा, तुम खुद को मुझमें ढूंढ लेना,
जहां ना हो वक्त हमें रोकने वाला, ना कोई और हो दरमियां हमारे,