सरगर्मीयां ही सरगर्मियां पल पल.. छट पट- छट पट माहौल है लाल क्योंकि वतनपरस्ती का रंग हो रहा है लाल खूब चलेगा अब...रंग लाल का धरती के लाल के खून से होगा अब सब लाल सा हाँ..! फूटेंगे कुछ पटाके..टूटेंगे कुछ सपने पर... ऊंचा रहेगा सदा अपना तिरंगा🇮🇳... सबक सीखेगा वो.. जिसने किया मानवता को शर्मसार सा!! The War begins