बीत गए दिन बीत गयी रात पर तुझसे बात नहीं हुई कैसी है तू कैसा है तेरा मन तेरी कोई खबर नहीं मिली फ़िक्र है मुझे तेरी ये तू भी जानती है बस चाहूँ या न चाहूँ तुझे बस इतना बता दे कोई... nothing to write in caption...