अ , आ , इ , ई से क , ख , ग की वर्णमाला में खेलती , मेरी हिंदी स्वर व्यंजन की टोली में बंट जाती , मेरी हिंदी शब्दों में पलकर बड़ी होती , मेरी हिंदी वाक्य की लंबाई थामकर खड़ी होती , मेरी हिंदी वाक्यांश कि ओर रुख मोड़ती , मेरी हिंदी कहानी कविता में खुद को जोड़ती , मेरी हिंदी अल्प विराम , पूर्ण विराम में आराम करती , मेरी हिंदी संधि समास में टूटकर बिखर जाती , मेरी हिंदी संज्ञा , सर्वनाम , क्रिया , विशेषण में झलकती , मेरी हिंदी भूत , भविष्य , वर्तमान काल में बदलती , मेरी हिंदी रस , छंद , अलंकार में संवर जाती , मेरी हिंदी एक कवि की सोच से होकर गुजर जाती , मेरी हिंदी एक भारतीय को परिभाषित करती , मेरी हिंदी जुबां का स्वाद बन दिल में बस जाती , मेरी हिंदी मातृ भाषा से राष्ट्र भाषा का सफर तय करती , मेरी हिंदी संस्कृत , उर्दू , अंग्रेजी , मलयालम , बांग्ला , उड़िया , कन्नड़ , राजस्थानी , पंजाबी , गुजराती हो या कोई अन्य भाषा सबको अपनाती , मेरी हिंदी सोनम #HindiDiwas2020 #hindi #14sept #language #nojoto #nojotohindi #Merihindi #prem #kavita मेरी हिंदी अ , आ , इ , ई से क , ख , ग की वर्णमाला में खेलती , मेरी हिंदी स्वर व्यंजन की टोली में बंट जाती , मेरी हिंदी शब्दों में पलकर बड़ी होती , मेरी हिंदी वाक्य की लंबाई थामकर खड़ी होती , मेरी हिंदी वाक्यांश कि ओर रुख मोड़ती , मेरी हिंदी कहानी कविता में खुद को जोड़ती , मेरी हिंदी