खेद नहीं! मैं लिखूं खुद को या मेरी आरज़ू को, या मुझसे होकर गई तेरी ख़ुशबू को, मैं परेशां हूँ कि किस ओर जाऊँ मैं, खुद में ही रहूं या तुझमें घुल जाऊँ मैं, तेरे होने को, मैं मेरा होना मान लूँ, खुद की भी या कोई आस जगाऊँ मैं, है दौर ये कैसा, और कैसी ये चाहतें हैं, तुम भी हो, मैं भी हूँ और ये मोहब्बतें हैं, अब जाने किधर ये रास्ता लेकर जाएगा, मेरे ख़्वाब रहेंगे या तू ही ख़्वाब बन जाएगा, मुश्किल में हूँ मैं, खुद पर न है अब वश मेरा, अपने ख्यालातों पे ही न चलता है बस मेरा, तुम को सोचते-सोचते हर काम कर लेता हूँ, तुम मिलोगे सपनों में इसलिए आराम कर लेता हूँ, अब दुविधा ये कि मैं हूँ खुद में खुद भी हूँ या नहीं!, वैसे तेरे होने और मेरे न होने से मुझे कोई खेद नहीं!, मैं लिखूं खुद को या मेरी आरज़ू को, या मुझसे होकर गई तेरी ख़ुशबू को || #खेदनहीं #vineetvicky #januaryme #encoreekkhwab #lovesick #you&me