तेरे प्यार ने मेरी जिंदगी की फ़िज़ा ही बदल कर रख दी है, पहले रहती थी पतझड़ सी, अब बसंत बहार सी बना दी है। 🌝प्रतियोगिता- 188🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌹"फ़िज़ा"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I