#DearZindagi प्रेम, जो पाया वो पगलाया, जो खोया वो भी पगलाया, जिसने किया वो पछताया, जिससे किया वो भी पछताया, मिले तो जीते जी स्वर्ग, बिछड़ गये तो नर्क, मिल कर जो बिछड़ गये, मौत को गले लगाया, कुछ ने उठा ली कलम, कुछ ने तलवार उठाया हैं, प्रेम कुछ ने बुद्ध बन दुनिया को प्रेम और शांति का ज्ञान दे डाला हैं, कुछ ने तो मीरा बन विष को अमृत समझ पी डाला हैं। जीवन का अर्थ ही प्रेम हैं, घृणा मृत्यु समान किसको रास आता हैं। #DearZindagi प्रेम, जो पाया वो पगलाया, जो खोया वो भी पगलाया, जिसने किया वो पछताया, जिससे किया वो भी पछताया, मिले तो जीते जी स्वर्ग, बिछड़ गये तो नर्क, मिल कर जो बिछड़ गये,