भैया! और मै! ______________________ भाई की हर बदमाशी को पापा तक पहुंचाता था ।। और फिर पापा से भैया को मार खिलवाता था ।। कभी भैया का Best friend तो कभी भैया का Right hand ।। ओर मुझे कोई मारे तो बन जाते हम Gangland ।। स्कूल जाते समय वो मुझे घर में ही छोड़ जाता था ।। और जब स्कूल से भागने की बारी आती तो मुझे घर ले आता था ।। कभी टीचर तो कभी वो, पापा की मार खाता था ।। और बाद गुस्सा वो मुझपर आके निकालता था ।। कभी शादी तो कभी वो मेले मै मुझे ले जाता था ।। और फिर घर आते समय मुझे रुला के आता था ।। सुबह की चाय के साथ रोटी अच्छी होती थी ।। और उस रोटी के चक्कर में हमारी लड़ाई होती थी ।। उसकी मेरी लड़ाई होने पर जैसे ही वो मुझे हाथ लगता था ।। हाथ लगाने से पहले ही मै पापा के पास पहुंच जाता था ।। और हर रोज रात को वो पापा की मार खाता था ।। और फिर रात को वो मुझे मारने आता था ।।। जानबूझ कर रात को वो मुझे पढ़ाने आता था ।। और इसी बात का मौका पाकर और वो मेरे चांटे लगता था ।। पापा पूछे क्यूं मारा तो पढ़ाई का बहाना बनाता था ।। और कुछ समय बाद वो मुझे अपने गले लगाता था ।। वो बचपन के दिन नहीं भुलाए जा सकते हैं ।। है भगवान बस इक प्रार्थना ,उस बचपन को फिर से वापस ला सकते हैं ।। ©Amn Raturi #Brother #Love #memorise #Fight #Hug #village #chapattis #chai