#OpenPoetry आज के फैसले का था कब से इंतजार, तरस रहे थे कान हमारे सुनने को समाचार।। कब 370 के बेड़ियों से आजादी मिलेगी, तिरंगे को सलामी देते नई तस्वीर कब दिखेगी।। कब होगा कश्मीर पर फैसला बड़ा, नेताओ की जिद के आगे जो था ठंढा पड़ा।। अपने फैसले से चौकाने वाले मोदी ने सबको चौकाया है, फिर एक बार नेताओ की छाती पर तांडव मचाया है।। ऐसी स्थिति देखकर एक ख्याल दिल मे आया है "मोदी है तो मुमकिन है आज इसे संविधान ने भी माना है"