•| हास्य कविता |• एक मोटा सा लाला था, खूब सारा खाता था, दिन भर सोता रहता था, बीवी पर अपनी मरता था। एक बार की बात हुई, बीवी उसकी बीमार हुई, खाना बीवी ने बनाया नहीं, फिर डॉक्टर की दरकार हुई। डॉक्टर ने दी दवाई की गोली, लाला ने खाना समझ के खोली, सारी दवाई कर गया वो चट, धड़ाम हुई आवाज़, पेट गया फट।। यह मेरी पहली हास्य कविता है। 🙈 कविता ना सही मेरे बचकानेपन पर ज़रूर हंसी आयेगी।😅😂 •| हास्य कविता |• एक मोटा सा लाला था, खूब सारा खाता था, दिन भर सोता रहता था, बीवी पर अपनी मरता था।