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कहूँ तो शायरी है तू, लिखूँ तो नज़्म है तू, सुनूँ तो

कहूँ तो शायरी है तू,
लिखूँ तो नज़्म है तू,
सुनूँ तो ग़ज़ल है तू,
जिसे चाहा था दिन-रात खुदा का किया हुआ वो फज़ल है तू। #Fazal
कहूँ तो शायरी है तू,
लिखूँ तो नज़्म है तू,
सुनूँ तो ग़ज़ल है तू,
जिसे चाहा था दिन-रात खुदा का किया हुआ वो फज़ल है तू। #Fazal
kumargauravmathu5961

KumarGaurav

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