हर वार ढाल बन के झेला था जिसने ❤ आज पीठ पे उसने ने खंजर भोका है 💔 वो दोस्त ही तो था मेरा 👫👭 आज दुश्मन बन के सामने खडा है💔😭 वझा बनते थे जो मेरी मुस्कुराहट की😊 आज आसू दे गये वो इन आँखो मे😭 वो दोस्त ही तो था मेरा 👫👭 आज दुश्मन बन के सामने खडा है😭💔 अपना माना था मैंने जिसे 😻 आज वो पराया बन चुका है💔 वो दोस्त ही तो था मेरा 👫👭 आज दुश्मन बन के सामने खडा है😭💔 -SHILPA HURBADA ❤❤