#एक_स्वरचित_गजल_है #कि जरा सी बात पे भी मुस्कराने की वजह ढ़ूढ़ो, गमों की महफिलों में भी हंसानें की वजह ढ़ूढ़ो!! जरा सी बात पर कुछ लोग अक्सर रूठ जाते हैं, वजह कुछ भी हो पर फिर से मनाने की वजह ढ़ूढ़ो!! रिश्तों से बड़ी दौलत यहां दुनियां में ना कुछ भी, दौलत छोड़़कर रिश्ते बनानें की वजह ढ़ूढ़ो!! दौलत देखकर के कुछ यहां रिश्ते निभाते हैं, रिश्तों के लिए पैसे कमानें की वजह ढ़ूढ़ो!! दुनियां को दिखानें के लिए रिश्ते नहीं बनते, सूकूं दे जो वही रिश्ते निभानें की वजह ढ़ूढ़ो!! नजरों से गिराने की वजह सब ढ़ूढ़ते हैं पर, झुकी नजरों से नजरों में समानें की वजह ढ़ूढ़ो!!! दिल की बात दिल में ही दबी रह जायेगी साहेब, दिल की बात दिलवर से बतानें की वजह ढ़ूढ़ो!! खुशियों पे हजारों लोग हंसते मुस्कुराते हैंं, किसी के जख्म पे आंशू बहाने की वजह ढ़ूढ़ो!! जो लाखों हजारों बद्दुआयें झेलते हैं फिर, उनके दर्द पे रहमत दिखानें की वजह ढ़ूढ़ो!! खुशियों की चाहत हो तो दर्द से अच्छा, किसी के जख्म पे मरहम लगाने की वजह ढ़ूढ़ो!! ©aanchal mishra #Nojoto #nojoto2022 #poem #Poetry #gazal #poetry_addicts #fish